हर साल 20 अप्रैल को दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र चीनी भाषा दिवस मनाया जाता है। यह दिन केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक अनोखी भाषा के उत्सव का अवसर है—एक ऐसी भाषा जो न केवल दुनिया की सबसे पुरानी और समृद्ध भाषाओं में गिनी जाती है, बल्कि आज भी करोड़ों लोगों को एक साझा सांस्कृतिक धागे में पिरोती है।
इन दिनों दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में 5वां चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो (CICPE) चल रहा है, जिसे हाईनान एक्सपो भी कहा जाता है। यह एक्सपो 13 अप्रैल से शुरू हुआ है और 18 अप्रैल तक चलेगा। अब यह सिर्फ एक ट्रेड फेयर नहीं रह गया है, बल्कि एक ऐसी जगह बन गया है जहाँ चीन की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, इंटरनेशनल ट्रेड और उसकी इकोनॉमिक स्ट्रैटेजी— सबकुछ एक ही जगह पर देखने को मिलती है। एक्सपो का माहौल काफी एक्साइटिंग है, और इसमें ग्लोबल ब्रांड्स के साथ-साथ फ्यूचर इनोवेशन की झलक भी मिल रही है। देखिए यह ख़ास पेशकश…
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में करीब 90 देशों पर टैरिफ यानी आयात पर टैक्स लगा दिया है, जिनमें चीन, भारत और यूरोप के कई देश शामिल हैं। इस फैसले से दुनिया भर में ट्रेड वॉर यानी व्यापारिक टकराव की आशंका बढ़ गई है। कई देशों ने भी जवाब में टैरिफ़ लगाने की धमकी दी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे दुनिया के बिज़नेस पर असर पड़ेगा और देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। इसी मुद्दे पर बात करने के लिए हमारे साथ जुड़े हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के ईस्ट एशियन स्टडीज़ डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर, राजीव रंजन। देखिए इस वीडियो में….
जी हाँ, आपने सही सुना! इन दिनों चीन के हाईनान में चल रहा है 5वां चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो (#CICPE) और यहाँ के एक स्टॉल ने सबका ध्यान खींचा है। वजह? यहाँ हाईनान की पुलिस लोगों को चाय और कॉफी बना कर दे रही हैं, वो भी बिलकुल फ्री में! अब सवाल ये उठता है कि पुलिस ये ‘बारिस्टा’ का रोल क्यों निभा रही है? दरअसल, ये पुलिस विभाग की एक अनोखी पहल है। उनका मकसद है—लोगों को कानून के प्रति जागरूक करना, लेकिन एक क्रिएटिव और दोस्ताना अंदाज़ में। तो अब बताइए… क्या आप भी लेना चाहेंगे एक कप ‘पुलिस वाली कॉफी’?
दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में एक ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर युवाओं को नए उड़ान भरने के मौके दे रहा है। चीन में ड्रोन टेक्नोलॉजी का क्रेज बढ़ रहा है, और रोज़गार के नए रास्ते खुल रहे हैं। देखिए इस वीडियो में….
इन दिनों दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में 5वां चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो (CICPE) चल रहा है, जिसे हाईनान एक्सपो भी कहा जाता है। यह एक्सपो 13 अप्रैल से शुरू हुआ है और 18 अप्रैल तक चलेगा। अब यह सिर्फ एक ट्रेड फेयर नहीं रह गया है, बल्कि एक ऐसी जगह बन गया है जहाँ चीन की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, इंटरनेशनल ट्रेड और उसकी इकोनॉमिक स्ट्रैटेजी— सबकुछ एक ही जगह पर देखने को मिलती है।
दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत को अब सिर्फ एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन समझना पुरानी बात हो गई है। अब यह जगह बन चुकी है चीन का सबसे बड़ा फ्री ट्रेड पोर्ट यानी मुक्त व्यापार बंदरगाह। 13 अप्रैल, 2018 को चीन की केंद्र सरकार ने हाईनान को एक पायलट फ़्री ट्रेड ज़ोन के तौर पर डेवेलप करने का फैसला लिया और इसके बाद से यहां विकास की रफ्तार बुलेट ट्रेन जैसी हो गई।
जब भारत और चीन के बीच 75 साल पहले राजनयिक संबंधों की नींव रखी गई थी, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ये दोनों देश एक दिन दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। 1 अप्रैल, 1950 को जब दोनों देशों ने औपचारिक रूप से डिप्लोमैटिक रिलेशन शुरू किए थे, तब से लेकर आज तक का सफर कुछ ऐसा रहा है जैसे कोई बॉलीवुड मूवी हो। उसमें ड्रामा भी है, ट्विस्ट भी है, इमोशन भी है और ढेर सारी उम्मीदें भी हैं। इतने सालों में रिश्तों में उतार-चढ़ाव जरूर आए, लेकिन दोनों देशों के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध लगातार गहराते गए। आज, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इनोवेशन, व्यापार, और लोगों-से-लोगों के बीच कनेक्शन इन रिश्तों को एक नए मुकाम तक ले जा रहे हैं। तो चलिए, इस रिश्ते को थोड़ा करीब से देखते हैं और कुछ दिलचस्प पहलुओं पर एक नजर डालते हैं।
जब भारत और चीन के बीच 75 साल पहले राजनयिक संबंधों की नींव रखी गई थी, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ये दोनों देश एक दिन दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। 1 अप्रैल, 1950 को जब दोनों देशों ने औपचारिक रूप से डिप्लोमैटिक रिलेशन शुरू किए थे, तब से लेकर आज तक का सफर कुछ ऐसा रहा है जैसे कोई बॉलीवुड मूवी हो। उसमें ड्रामा भी है, ट्विस्ट भी है, इमोशन भी है और ढेर सारी उम्मीदें भी हैं।
Fact No. 75/75: क्या आप जानते हैं ड्रैगन और हाथी के टैंगो के बारे में? देखिए, चीन-भारत कनेक्शन पर 75 फैक्ट्स की एक सीरीज़...