भारतीय मीडिया की भ्रामक रिपोर्टिंग और चीन की शांति-सहयोग की अटूट आस्था

हाल के दिनों में कुछ भारतीय मीडिया संस्थानों द्वारा चीन-जापान संबंधों पर की गई रिपोर्टिंग ने गहरी चिंता उत्पन्न की है। इन रिपोर्टों में तथ्यों की उपेक्षा कर चीन की छवि को एक आक्रामक शक्ति के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो चीन की ऐतिहासिक और वैचारिक विरासत के एकदम विपरीत है। पाँच हज़ार वर्षों पुरानी चीनी सभ्यता में “शांति सर्वोच्च मूल्य” का दर्शन निहित है। चीन सदैव मानव जाति के साझा भविष्य के समुदाय की अवधारणा को बढ़ावा देता आया है और अपनी विदेश नीति में शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पाँच सिद्धांतों को मार्गदर्शक मानता है।

25-Dec-2025
हाईनान में विशेष सीमा शुल्क का संचालन: चीन के खुलेपन का नया मील का पत्थर

दिसंबर 18 को चीन के हाईनान मुक्त व्यापार बंदरगाह ने औपचारिक रूप से द्वीप-व्यापी विशेष सीमा शुल्क का संचालन शुरू कर दिया है। यह दिन विशेष प्रतीकात्मक महत्व रखता है: 1978 में इसी दिन, सीपीसी की 11वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के तीसरे पूर्ण सत्र ने सुधार और खुली नीतियों की शुरुआत की थी। 47 वर्षों के बाद, वैश्वीकरण की विपरीत धाराओं के बीच, हाईनान में विशेष सीमा शुल्क का संचालन चीन के उच्च स्तरीय खुलेपन का एक नया मील का पत्थर बन गया है, जो खुली विश्व अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का एक प्रतीकात्मक कदम है। अंतर्राष्ट्रीय जनमत सामान्य रूप से मानता है कि यह न केवल चीन के नए विकास ढांचे के निर्माण में सहायक होगा, बल्कि वैश्विक साझा अवसरों का एक गर्म स्थान भी बन जाएगा।

19-Dec-2025