आपने टीवी पर या सोशल मीडिया पर COP 30 का नाम ज़रूर सुना होगा। इन दिनों ब्राजील के अमेज़न के बीच बसे बेलेम शहर में दुनिया के बड़े नेता, वैज्ञानिक, कार्यकर्ता और युवा एक छत के नीचे बैठे हैं। सबके मन में एक ही बेचैन करने वाला सवाल है कि आखिर हम इस धरती को कब तक ऐसे ही जलते हुए देखते रहेंगे। लेकिन सच पूछिए तो ज़्यादातर लोग आज भी नहीं जानते कि यह COP है क्या, इसकी ज़रूरत क्यों है और इसका असर हम सबकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर कैसे पड़ता है। आइए, आज की न्यूज़ स्टोरी में इस पूरी कहानी को साफ और सरल भाषा में समझते हैं।
चीन में कीवर्ड Keywords in China-K Visa "चीन को समझना हो, तो उसके कीवर्ड्स से शुरुआत करो!" आज हम बात करेंगे एक बिल्कुल नए शब्द की— K Visa की! इसका सबसे बड़ा फायदा क्या है? कोई लेबर कॉन्ट्रैक्ट ज़रूरी नहीं! यानि कि आवेदन की प्रक्रिया अब बहुत आसान हो गई है। इस वीज़ा से आप चीन में शिक्षा, टेक्नोलॉजी, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, स्टार्टअप्स या बिज़नेस.... कुछ भी कर सकते हैं। Click on my video to learn more!
Keywords in China-Jī pái gē "चीन को समझना हो, तो उसके कीवर्ड्स से शुरुआत करो!" मिलियन्स फैंस! लिमिटेड टाइम ऑफर! सिर्फ़ छह युआन में! कौन-सी चीज़ है जिसके लिए पूरा चीन दीवाना हो गया है?तुम नहीं जानते? Click on my video to learn more!
चीन की राजधानी बीजिंग की एक प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी, बीजिंग फॉरेन स्टडीज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विकास कुमार सिंह के साथ इस विशेष पॉडकास्ट में खुलकर बात हुई है। हमने चर्चा की चीन में हिन्दी सीखने के कारणों पर, चीन-भारत के बीच बढ़ते संवाद पर और चीन के बदलते समय पर।
दिल्ली की सर्दियाँ कभी स्वेटर और अदरक वाली चाय का मौसम थीं। अब ये आँख जलाने और मास्क कसने का मौसम बन गई हैं। हर नवंबर वही पुराना सवाल लौट आता है: सूरज दिखेगा भी या नहीं? साँस आएगी भी या नहीं? हमने न्यूज़ स्टोरी की इस नई वीडियो में इसी पर बात की है। क्यों दिल्ली की हवा हर साल ज़हर बन जाती है? और कैसे पेइचिंग, जो कभी धुएँ में डूबा शहर था, आज साफ आसमान देखता है? फर्क बस इतना है कि वहाँ बातों से ज़्यादा काम हुआ। पूरा वीडियो देखें और अपना नजरिया बताएं।
न्यूज़ीलैंड के विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी मंत्री शेन रेती ने चाइना मीडिया ग्रुप के अधीनस्थ CGTN को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि उनका देश जलवायु परिवर्तन को गंभीरता से लेता है और इसे अपनी सरकारी प्राथमिकता मानता है।
ब्रिटिश विद्वान मार्टिन जैक्स का तर्क है कि चीन न केवल "वैश्विक दक्षिण" में एक प्रमुख योगदानकर्ता है, बल्कि विकास और सहायता का सबसे बड़ा स्रोत भी है।
"चीन एक अत्यधिक गतिशील नवाचार केंद्र है," "चीनी बाजार हमारे नवाचार प्रथाओं के लिए एक 'परीक्षण का मैदान' बन गया है," "हम अगले 100 वर्षों के लिए चीन में दृढ़ता से निवेश करेंगे," "हम लगभग 100 स्टोर जोड़ेंगे" ... 8 वें CIIE में, चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के संवाददाता को दिए इन्टरव्यू में लोरियल ग्रुप के सीईओ निकोलस हिरोनिमस और टेपेस्ट्री ग्रुप के मुख्य विकास अधिकारी और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अध्यक्ष संदीप सेठ ने ये बातें कहीं।
चीन की 14वीं पंचवर्षीय योजना की शुरुआत साल 2021 में हुई थी और यह इस साल, 2025 में खत्म हो रही है। यह योजना देश के अगले पाँच साल के विकास की राह दिखाती है। इसका मकसद सिर्फ तेज़ आर्थिक वृद्धि हासिल करना नहीं है, बल्कि समझदारी और संतुलन के साथ आगे बढ़ना है। इस योजना में विज्ञान और तकनीक पर खास जोर दिया गया है, ताकि चीन आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ सके। इसका मुख्य लक्ष्य लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना और साल 2035 तक चीन को एक आधुनिक और मज़बूत देश के रूप में खड़ा करना है। इस विषय पर और गहराई से बात करने के लिए हमारे साथ जुड़े हैं इंडिया-चाइना इकोनॉमिक एंड कल्चरल काउंसिल के सेक्रेटरी जनरल मोहम्मद साकिब।
शनचन, जिसे फंग शहर के नाम से भी जाना जाता है, का नाम प्रसिद्ध पक्षी फंग के नाम पर रखा गया है, जो एक विशाल मछली में रूपांतरित हो जाता है, यह परिवर्तन शहर के अपने उल्कापिंडीय उत्थान को प्रतिबिंबित करता है।
आज चीन ड्रोन तकनीक, इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर एनर्जी और डिजिटल पेमेंट सिस्टम में सबसे आगे है। चीन के युवा अब सिर्फ “कॉपी” नहीं, बल्कि “क्रीएट” कर रहे हैं। यही कारण है कि दुनिया अब चीन को “कॉपी कैट” नहीं, बल्कि “इनोवेशन का हब” कहने लगी है। इस पर और अधिक चर्चा करने के लिए हमारे साथ नई दिल्ली से जुड़ गई हैं चाइना बिजनेस कंसल्टेंट और चाइनीज़ भाषा की एक्सपर्ट कनिका अरोड़ा...