हाल ही में चीन की राजधानी पेइचिंग में आयोजित वैश्विक सभ्यता संवाद मंत्रिस्तरीय बैठक में दुनिया भर के कई देशों के नेताओं और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। इस बैठक का मकसद था अलग-अलग सभ्यताओं के बीच आपसी समझ, संवाद और सीख को बढ़ावा देना। इसमें ज़ोर दिया गया कि दुनिया में शांति, सहयोग और विकास तभी मुमकिन है जब हम एक-दूसरे की संस्कृति और सोच का सम्मान करें। सभी ने माना कि किसी एक सभ्यता को सबसे ऊपर मानना या दूसरों पर थोपना सही नहीं है, बल्कि विविधता ही हमारी ताकत है। इस विषय पर और विस्तार से चर्चा करने के लिए हमारे साथ जुड़ रहे हैं भारतीय युवा संघ के अध्यक्ष, युवा सामाजिक और राजनीतिक नेता श्री हिमाद्रीश सुवन।
15 जुलाई को, थ्येनचो-9 कार्गो अंतरिक्ष यान को ले जा रहे लॉन्ग मार्च 7 याओ10 वाहक रॉकेट को चीन के वनछांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से प्रज्वलित और प्रक्षेपित किया गया। कक्षा में प्रवेश करने के बाद, थ्येनचो-9 अंतरिक्ष यान ने सफलतापूर्वक स्टेट सेटिंग पूरी की और चीनी अंतरिक्ष स्टेशन के तियानहे कोर मॉड्यूल के पिछले पोर्ट पर सफलतापूर्वक डॉक किया। वीडियो पर क्लिक करें! आपको थ्येनचो-9 के सफल प्रक्षेपण और एनिमेटेड प्रदर्शन संस्करण की मुलाकात और डॉकिंग प्रक्रिया की समीक्षा के लिए ले चलते हैं।
दोस्तों! आप सभी ने चीन की रफ़्तार के बारे में तो सुना ही होगा! हाई-स्पीड रेल चीन की रफ़्तार का एक प्रतीक है। हाई-स्पीड रेल आपको बीजिंग से सिर्फ़ साढ़े चार घंटे में 1,223 किलोमीटर दूर शंघाई पहुँचने में मदद करती है। चीन की हाई-स्पीड रेल कैसी दिखती है और आप इस पर क्या-क्या कर सकते हैं? इसे साथ देखने के लिए मेरा वीडियो ज़रूर देखें! दीदी, हम निकल रहे हैं!
अमेरिका ने BRICS देशों को दी टैरिफ लगाने की धमकी — आखिर इसके पीछे वजह क्या है? और इसका असर क्या हो सकता है भारत समेत पूरी दुनिया पर?
ब्राजील में 6 और 7 जुलाई को हुई 17वीं ब्रिक्स शिखर सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक ख़ास ईवेंट रही। इस शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के नेताओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था, व्यापार और भू-राजनीतिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। ब्रिक्स देशों ने आपस में आर्थिक सहयोग बढ़ाने और विकासशील देशों के हितों को मजबूती से उठाने पर जोर दिया। इस समिट में कई अहम समझौते हुए, जिनमें व्यापार को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए नई पहलें शामिल हैं। इस पर और ज्यादा चर्चा करने के लिए हमारे साथ जुड़ गये हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. अभिषेक प्रताप सिंह, जो देशबंधु कॉलेज में 'ग्लोबल पॉलिटिक्स' पढ़ाते हैं, साथ ही उनकी अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर विशेष पकड़ भी है।
हिंदी भाषा के जानकार और रेडियो प्रेमी ऋषि कुमार शर्मा दशकों से हिंदी के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। रेडियो के माध्यम से उन्होंने चीन और चीनी संस्कृति के बारे में काफी जानकारी हासिल की है।
चीन के पेइचिंग प्रदर्शनी हॉल गर्मियों में लोगों से खचाखच भरा हुआ है, और दर्शकों ने नए इमर्सिव सांस्कृतिक और पर्यटन अनुभव में उपभोग की नई जीवन शक्ति को महसूस किया। हाल ही में, 2025 पेइचिंग अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक पर्यटन उपभोग एक्सपो यहाँ सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। प्रदर्शनी के दौरान, दर्शकों में सांस्कृतिक और रचनात्मक उपहारों से लेकर उच्च तकनीक वाले सांस्कृतिक और पर्यटन उपकरणों तक की खरीदारी करने की तीव्र इच्छा थी। आइए "नए" "सांस्कृतिक और पर्यटन पुरस्कारों" का पता लगाएं, जो आपको अपनी आँखें हटाने में असमर्थ कर देंगे!
पिछले 40 सालों में चीन ने जिस तरह अपने गांवों को स्मार्ट शहरों में बदला है, वो किसी चमत्कार से कम नहीं है। ये कहानी सिर्फ़ इमारतें खड़ी करने या सड़कें चौड़ी करने की नहीं, बल्कि एक पूरे देश की सोच, नीति और मेहनत की है, जिसने ग्रामीण इलाकों को तकनीक और तरक्की का केंद्र बना दिया। आइए, इस सफ़र को समझते हैं कि कैसे चीन ने ये कमाल किया और इसके पीछे क्या-क्या हुआ।
चंद्रिमा के साथ चीन के युन्नान प्रांत में हाथियों की तलाश करें