इन दिनों दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में 5वां चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो (CICPE) चल रहा है, जिसे हाईनान एक्सपो भी कहा जाता है। यह एक्सपो 13 अप्रैल से शुरू हुआ है और 18 अप्रैल तक चलेगा। अब यह सिर्फ एक ट्रेड फेयर नहीं रह गया है, बल्कि एक ऐसी जगह बन गया है जहाँ चीन की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, इंटरनेशनल ट्रेड और उसकी इकोनॉमिक स्ट्रैटेजी— सबकुछ एक ही जगह पर देखने को मिलती है। एक्सपो का माहौल काफी एक्साइटिंग है, और इसमें ग्लोबल ब्रांड्स के साथ-साथ फ्यूचर इनोवेशन की झलक भी मिल रही है। देखिए यह ख़ास पेशकश…
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में करीब 90 देशों पर टैरिफ यानी आयात पर टैक्स लगा दिया है, जिनमें चीन, भारत और यूरोप के कई देश शामिल हैं। इस फैसले से दुनिया भर में ट्रेड वॉर यानी व्यापारिक टकराव की आशंका बढ़ गई है। कई देशों ने भी जवाब में टैरिफ़ लगाने की धमकी दी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे दुनिया के बिज़नेस पर असर पड़ेगा और देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। इसी मुद्दे पर बात करने के लिए हमारे साथ जुड़े हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के ईस्ट एशियन स्टडीज़ डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर, राजीव रंजन। देखिए इस वीडियो में….
जी हाँ, आपने सही सुना! इन दिनों चीन के हाईनान में चल रहा है 5वां चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो (#CICPE) और यहाँ के एक स्टॉल ने सबका ध्यान खींचा है। वजह? यहाँ हाईनान की पुलिस लोगों को चाय और कॉफी बना कर दे रही हैं, वो भी बिलकुल फ्री में! अब सवाल ये उठता है कि पुलिस ये ‘बारिस्टा’ का रोल क्यों निभा रही है? दरअसल, ये पुलिस विभाग की एक अनोखी पहल है। उनका मकसद है—लोगों को कानून के प्रति जागरूक करना, लेकिन एक क्रिएटिव और दोस्ताना अंदाज़ में। तो अब बताइए… क्या आप भी लेना चाहेंगे एक कप ‘पुलिस वाली कॉफी’?
दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में एक ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर युवाओं को नए उड़ान भरने के मौके दे रहा है। चीन में ड्रोन टेक्नोलॉजी का क्रेज बढ़ रहा है, और रोज़गार के नए रास्ते खुल रहे हैं। देखिए इस वीडियो में….
टैरिफ युद्ध: राजनीतिक नाटक या ऐतिहासिक मोड़? विशेषज्ञों ने चेताया कि अमेरिकी डॉलर का आधिपत्य ताश के पत्तों का घर बन जाएगा
जब भारत और चीन के बीच 75 साल पहले राजनयिक संबंधों की नींव रखी गई थी, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ये दोनों देश एक दिन दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। 1 अप्रैल, 1950 को जब दोनों देशों ने औपचारिक रूप से डिप्लोमैटिक रिलेशन शुरू किए थे, तब से लेकर आज तक का सफर कुछ ऐसा रहा है जैसे कोई बॉलीवुड मूवी हो। उसमें ड्रामा भी है, ट्विस्ट भी है, इमोशन भी है और ढेर सारी उम्मीदें भी हैं। इतने सालों में रिश्तों में उतार-चढ़ाव जरूर आए, लेकिन दोनों देशों के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध लगातार गहराते गए। आज, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इनोवेशन, व्यापार, और लोगों-से-लोगों के बीच कनेक्शन इन रिश्तों को एक नए मुकाम तक ले जा रहे हैं। तो चलिए, इस रिश्ते को थोड़ा करीब से देखते हैं और कुछ दिलचस्प पहलुओं पर एक नजर डालते हैं।
4 अप्रैल पारंपरिक चीनी छिंगमिंग उत्सव है।छिंगमिंग त्योहार प्रेम से भरा त्यौहार है, जो मृतक रिश्तेदारों को यह एहसास दिलाता है कि वे हमेशा हमारे दिलों में हैं। छिंगमिंग- वसंत का आनंद लें और प्रियजनों को अपने दिल में रखें।
4000 मीटर से अधिक, 17 किस्मों और 22000 चेरी के पेड़ों के साथ, मध्य चीनी शहर हेपी में हुआश्या साउथ रोड है, जिसे चीन चेरी उद्योग संघ द्वारा "चीन के सबसे सुंदर चेरी ब्लॉसम एवेन्यू" का खिताब दिया गया था। अभी, इस सड़क पर और इस शहर में चेरी के फूल उत्साहपूर्वक खिल रहे हैं, और 11वां हेपी चेरी ब्लॉसम महोत्सव आधिकारिक तौर पर 2 अप्रैल को शुरू हुआ।