10-Jul-2025
7 जुलाई को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित 17वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस बैठक में रियो घोषणापत्र जारी किया गया और वैश्विक शासन, सतत् विकास, जलवायु परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त हुए। यह शिखर सम्मेलन न केवल "बड़े परिवार" के सदस्यों के विस्तार को चिह्नित करता है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ब्रिक्स देशों के महत्वपूर्ण प्रभाव को भी उजागर करता है।
वैश्विक स्तर पर ब्रिक्स की बढ़ती आर्थिक और राजनीतिक ताकत से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तिलमिला गए हैं। ब्रिक्स की नीतियों से जुड़ने वाले देशों पर दस प्रतिशत से के अतिरिक्त टैरिफ लगाने की उनकी घोषणा उनकी तिलमिलाहट का ही नतीजा है।
हाल ही में थाईवान क्षेत्र के नेता लाई छिंगते (विलियम लाई) ने अपने "थाईवान स्वतंत्रता" अलगाववादी सिद्धांत को समझाने और थाईवान द्वीप पर लोगों को गुमराह करने और अंतर्राष्ट्रीय जनमत को धोखा देने के प्रयास में “थाईवानी पहचान”और “चीन गणराज्य (आरओसी) पहचान”पेश कीं। हालाँकि, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में लंबे समय से बनी "एक चीन" आम सहमति के सामने, ये टिप्पणियाँ आत्म-अपमान और झींगुरों की आवाज़ के अलावा और कुछ नहीं हैं।
चीन के शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के शिगात्से स्थित ताशिलहुनपो मठ में तीन दिवसीय बुद्ध प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। पहले दिन, अमिताभ बुद्ध की 40 मीटर ऊँची और 38 मीटर लंबी एक विशाल थांगका बुद्ध प्रतिमा प्रदर्शित की गई। तिब्बती बौद्ध धर्म में, अमिताभ बुद्ध को "पूर्व बुद्ध" माना जाता है। ताशिलहुनपो मठ पंचन लामाओं का निवास स्थान है और तिब्बती बौद्ध धर्म के गेलुग्पा संप्रदाय के छह प्रमुख मठों में से एक है।
चीन के शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश(तिब्बत) के शिगात्से में भारी बारिश के बाद च्यांगज़ी काउंटी में एक गोलाकार इंद्रधनुष दिखाई दिया।
चीन में गर्मियों की छुट्टियों का मौसम शुरू हो चुका है, और इस दौरान बच्चे अपने परिवारों के साथ यात्रा और मनोरंजन के लिए विभिन्न स्थानों का रुख कर रहे हैं। इस मौसम ने देश की सांस्कृतिक और पर्यटन अर्थव्यवस्था में जबरदस्त तेजी ला दी है, जिससे घरेलू मांग में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मध्य चीन के हनान प्रांत में स्थित खाईफंग शहर, अपने समृद्ध इतिहास और गहरी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यह शहर हाल के दिनों में विविध लोक प्रदर्शनों के आयोजन के साथ पर्यटकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनकर उभरा है। इन प्रदर्शनों ने न केवल स्थानीय संस्कृति को जीवंत किया है, बल्कि खाईफंग को पर्यटन के नक्शे पर एक आकर्षक केंद्र के रूप में स्थापित किया है।
क़लम की ताक़त पर संदेह न करना, क्योंकि हर कहानी की शुरुआत और अंत इसी कलम से होता है
बेहतर के लिए प्रयास करता हूं और लगातार नए विचारों का सृजन करता हूं
बहुत सीमित हूं मैं अपने शब्दों में,लेकिन बहुत विस्तृत हूँ अपने अर्थों में
भारत में पच्चीस सालों तक रहने का एक चीनी अनुभवी
ब्राजील में 6 और 7 जुलाई को हुई 17वीं ब्रिक्स शिखर सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक ख़ास ईवेंट रही। इस शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के नेताओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था, व्यापार और भू-राजनीतिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। ब्रिक्स देशों ने आपस में आर्थिक सहयोग बढ़ाने और विकासशील देशों के हितों को मजबूती से उठाने पर जोर दिया। इस समिट में कई अहम समझौते हुए, जिनमें व्यापार को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए नई पहलें शामिल हैं। इस पर और ज्यादा चर्चा करने के लिए हमारे साथ जुड़ गये हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. अभिषेक प्रताप सिंह, जो देशबंधु कॉलेज में 'ग्लोबल पॉलिटिक्स' पढ़ाते हैं, साथ ही उनकी अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर विशेष पकड़ भी है।
हिंदी भाषा के जानकार और रेडियो प्रेमी ऋषि कुमार शर्मा दशकों से हिंदी के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। रेडियो के माध्यम से उन्होंने चीन और चीनी संस्कृति के बारे में काफी जानकारी हासिल की है।
चीन ने अमेरिका से तिब्बत से संबंधित मुद्दों के महत्व और संवेदनशीलता को पूरी तरह से पहचानने, दलाई लामा समूह की चीन विरोधी और अलगाववादी प्रकृति को पहचानने, तिब्बत से संबंधित मुद्दों पर अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करने का आग्रह किया।
ये चीन के शीत्सांग (तिब्बत) स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में रहने वाले बच्चे हैं, जिनकी आँखें बर्फ के पानी से भी ज़्यादा साफ़ हैं और उनकी मुस्कान सूरज से भी ज़्यादा चमकीली है।
तिब्बती भाषा में ज़ादा का अर्थ है "नदी के निचले भाग में घास वाली जगह"। ज़ादा काउंटी चीन के शीत्सांग (तिब्बत) स्वायत्त प्रदेश के उत्तर-पश्चिम में और न्गरी प्रीफ़ेक्चर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
1 जुलाई को चीन रेलवे छिनहाई- शीत्सांग समूह कंपनी लिमिटेड से मिली ख़बर के अनुसार छिनहाई-शीत्सांग रेलवे को यातायात के लिए खोले जाने के बाद से 19 वर्षों में, इसने शीत्सांग के अंदर और बाहर कुल 3 करोड़ 97 लाख यात्रियों को सेवा दी है और 9 करोड़ 53 लाख 38 हजार 8 सौ टन माल का परिवहन किया है।